मीना शर्मा के पुत्र टीन्कू शर्मा मुसहर समाज के लोगों से मिले. उन्होंने कहा कि उन लोग से मिलकर पता चला कि ना उन लोगों के पास राशन कार्ड है ना उन लोगों के पास कोई सुविधा है. बद से बदतर हालत है. उन लोग का और यह हालत सिर्फ सरकार की वजह से यहां की पंचायत की वजह से है. इस बार अमैन पंचायत की जनता बदलाव करने का मन बना ली है. अमैन पंचायत की स्थिति खराब है.
बिहार में अब पंचायत चुनाव की चर्चा जोरों पर है. पहले बिहार में ईवीएम को लेकर पंचायत चुनाव में देरी हुई थी फिर कोरोना की दूसरी लहर के कारण चुनाव नहीं हो पाया. और अब बाढ़ के कारण पंचायत चुनाव में देरी हो रही है. हांलाकि राज्य निवाचन आयोग चुनाव ने पंचायत चुनाव से संबंधित कई दिशा निर्देश जारी किए हैं.
जनसभा स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल के अन्य नियमों का पालन करना होगा। अगर बात करें पंचायत चुनाव की तारीखों की तो ये अनुमान लगाया जा रहा है कि सितंबर के आखिरी या फिर अक्टूबर के पहले सप्ताह में बिहार पंचायत चुनाव के पहले चरण की वोटिंग देखने को मिल सकती है.