पटनाः लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एनडीए की बैठक में चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस का पैर छुआ था और दोनों गले मिले थे। इसके बाद चर्चा हुई कि चाचा और भतीजे में जंग खत्म हो गयी है। लेकिन पशुपति कुमार पारस ने इसे सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि चिराग पैर छुने आये तो अपनी सभ्यता और संस्कार का ख्याल कर उन्हें आशीर्वाद दिया था। लेकिन इसका ये मतलब मत निकालिये कि मेरी सुलह हो गयी है. पारस बोले-कोई कितना भी छटपटा ले, हाजीपुर से चुनाव मैं ही लड़ूंगा. चिराग पासवान तो एनडीए के सदस्य भी नहीं हैं।
पशुपति पारस ने पटना में आज अपने दो सांसदों चंदन सिंह औऱ महबूब अली कैसर के साथ प्रेस कांफ्रेंस किया. उन्होंने कहा कि चिराग पासवान एनडीए के मेंबर कहां हैं. उन्होंने तो 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद की मदद करने के लिए एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ा था. तब से लेकर आज तक चिराग पासवान एनडीए से बाहर ही हैं. चिराग पासवान तो अभी भी लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया.
पारस ने कहा कि एनडीए का सदस्य मैं हूं. चिराग पासवान एनडीए में शामिल होने के लिए बेचैन है. इसलिए एनडीए की बैठक में उन्हें निमंत्रण दे दिया गया. लेकिन एनडीए की बैठक के बाद एनडीए के सांसदों की बैठक हुई थी तो उसमें चिराग पासवान को न्योता ही नहीं दिया गया था. इससे साफ हो गया कि चिराग एनडीए के सदस्य नहीं हैं
पारस ने कहा कि कुछ लोग बिना किसी आधार के तरह-तरह के अफवाह फैला रहे हैं. लेकिन सब लोग कान खोल कर सुन लें. कोई कितना भी छटपटा ले लेकिन मैं हाजीपुर से ही लोकसभा चुनाव लड़ूंगा और चुनाव जीतूंगा. इसे दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है. पारस ने कहा कि भाजपा का विश्वस्त सहयोगी मैं हूं. भाजपा क्यों चिराग पासवान का साथ देगी. कोई सवाल ही नहीं उठता कि भाजपा चिराग पासवान का साथ देगी.
पशुपति पारस ने कहा कि चिराग पासवान से समझौते को लेकर वह पहले से ही अपना स्टैंड स्पष्ट कर चुके हैं. किसी सूरत में अब चिराग पासवान से समझौता होने का सवाल ही नहीं है. पारस ने कहा कि समय बलवान होता है. समय का इंतजार करिये, सब को जवाब मिल जायेगा. मुझे मालूम है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह औऱ जेपी नड्डा जैसे तमाम नेता मेरे ही साथ हैं. पारस ने कहा कि मैंने ही बीजेपी नेताओं को मंजूरी दी थी कि वह चिराग पासवान को एनडीए में शामिल करा लीजिये.
पशुपति पारस ने कहा कि मेरी पार्टी में टूट की अफवाह फैलायी जा रही है. ये पूरी तरह गलत बात है. मेरी पार्टी में पांच सांसद हैं और सभी सांसद एकजुट हैं. पत्रकारों ने सवाल पूछा कि वैशाली से सांसद वीणा देवी चिराग पासवान से मिलने गयी थीं. पशुपति पारस ने कहा कि वह चाय पीने गयी होंगी. किसी से मिलने से कोई साथ थोडे ही चला जाता है. वैसे भी देश में दल बदल कानून लागू है. उसके मुताबिक दो तिहाई सांसदों के टूटने पर ही पार्टी में टूट होगी. किसी से मिलना कोई दल बदल नहीं होता.
पत्रकारों ने सवाल पूछा कि वीणा देवी आपके प्रेस कांफ्रेंस में क्यों नहीं आयी. पारस ने कहा कि वीणा देवी आज अपने क्षेत्र में हैं, इसलिए प्रेस कांफ्रेंस में नहीं आयीं. वह हमको बता चुकी है कि क्षेत्र में है.