पटना: उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बुधवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिल कर सुल्तानगंज – देवघर के बीच नई रेलवे लाइन बिछाने की योजना पर शीघ्र काम शुरू करने का आग्रह किया और कहा कि लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते रेलवे के विकास का कोई काम नहीं हुआ, सिर्फ लूट हुई। लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते मधेपुरा और छपरा के रेल कारखानों में उत्पादन शुरू नहीं हुआ। उनके समय नौकरी के बदले ज़मीन घोटाला हुआ, जिसमें तेजस्वी प्रसाद यादव समेत परिवार के पांच लोग आरोपी हैं। वे विकास के नहीं, भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार में रेलवे का आधुनिकीकरण तेज हुआ, हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेनों की सौगात मिली , यात्री सुविधाओं का निकास हुआ और एयरपोर्ट जैसे रेलवे स्टेशन बनने लगे हैं। श्री चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने जिस गरीब रथ एक्सप्रेस की शुरुआत की थी, उसका रंग-रूप और किराया ऐसा था कि गरीब आदमी भी उसमें सफर करना नहीं चाहता था। रेल मंत्री वैष्णव ने गरीब रथ के सभी डिब्बे को एसी-3 ( इकोनामी क्लास) में अपडेट कर नए शानदार रूप में लांच करने का आश्वासन दिया है। नये गरीब रथ एक्सप्रेस का किराया सामान्य एसी-3 कोच के किराये से 10 फीसद तक कम रहेगा।
श्री चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते 2004-2009 में बिहार को यूपीए सरकार से मात्र 1 लाख 44 हजार करोड़ की सहायता मिली थी, जबकि एनडीए के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार को 1 लाख 65 हजार करोड़ का विशेष पैकेज दिया। इस वर्ष के बजट में बिहार को 60 हजार करोड़ की परिजनाएँ मिली हैं और इसकी पहली किस्त जारी हो चुकी है। 290 करोड़ की लागत से सुल्तानगंज -देवघर नई रेल बनने से श्रावणी मेला में जाने वाले हजारों श्रद्धालुओं को लाभ होगा।