मोकामा से जदयू विधायक अनंत सिंह को दुलारचंद यादव हत्याकांड में बड़ा झटका लगा है। सिविल कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है, जिसके बाद अब वे फिलहाल बेऊर जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। यह फैसले ठीक उस समय आया है जब नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, और उनके समर्थक उम्मीद कर रहे थे कि अनंत सिंह को कोर्ट से राहत मिल सकती है। लेकिन अदालत का फैसला उनके लिए एक बड़ा राजनीतिक और कानूनी झटका साबित हुआ।
Anant Singh Bail Rejection: सिविल कोर्ट ने क्यों खारिज की अर्जी?
इस पूरे मामले में अनंत सिंह की तरफ से दलील दी गई कि वे राजनीति का शिकार बनाए जा रहे हैं और इस हत्याकांड में उनका कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हाथ नहीं है। उन्होंने जमानत याचिका में कहा कि:
• यह मामला राजनीतिक प्रतिशोध से प्रेरित है।
• दुलारचंद यादव की हत्या से उनका कोई संबंध नहीं है।
• पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का मुख्य कारण गोली नहीं, बल्कि भारी चोट बताया गया है।
• चुनाव प्रचार के दौरान सिर्फ मौखिक विवाद हुआ था, कोई साजिश या हिंसा की योजना नहीं थी।
इसके बावजूद, प्राथमिक जांच, गवाहों के बयान और केस डायरी में दर्ज जानकारी के आधार पर अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी।
Anant Singh Bail Rejection: हाईकोर्ट में चुनौती देंगे अनंत सिंह

अब अनंत सिंह इस फैसले को पटना हाईकोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं। उनकी कानूनी टीम मान रही है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप कमजोर हैं और राजनीतिक माहौल को देखते हुए यह मामला उन्हें फंसाने के उद्देश्य से दर्ज किया गया है।
फिलहाल वे बेऊर जेल में बंद हैं और दुलारचंद यादव हत्या मामले में मुख्य आरोपी के रूप में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।
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Anant Singh Bail Rejection: दुलारचंद यादव हत्याकांड क्या है?
29 अक्टूबर को मोकामा के घोसवरी थाना क्षेत्र के बसावनचक में चुनाव प्रचार के दौरान राजद नेता और जनसुराज समर्थक दुलारचंद यादव की मौत हुई थी।
घटना के अगले ही दिन:
• अनंत सिंह पर आरोप तय हुए
• 1 नवंबर की रात उन्हें गिरफ्तार किया गया
• 2 नवंबर को कोर्ट में पेशकर बेऊर जेल भेज दिया गया
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली का जिक्र नहीं है, बल्कि भारी चोट को मौत का कारण बताया गया है — यही बिंदु अनंत सिंह की ओर से मुख्य बचाव के तौर पर रखा गया।
Anant Singh Bail Rejection: चुनावी जीत के बावजूद कानूनी संकट
अनंत सिंह ने इस बार मोकामा सीट से जदयू उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और आरजेडी की वीणा देवी को 28 हजार से अधिक वोटों से हराया।
चुनाव जीतने के बाद उनके समर्थकों में उम्मीद थी कि सरकार के गठन के साथ ही उन्हें जमानत मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा, लेकिन कोर्ट ने यह उम्मीद पूरी नहीं होने दी।
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Anant Singh Bail Rejection: अनंत सिंह की दलीलें और पुलिस की जांच
अनंत सिंह की दलीलें
• हत्या से कोई संबंध नहीं
• राजनीतिक छवि खराब करने की साजिश
• चुनावी माहौल में सामान्य विवाद को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया
• कोई हथियार या आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं
• जांच में पूरा सहयोग दिया
पुलिस का रुख
• गवाहों के बयान हत्या की ओर इशारा करते हैं
• विवाद के समय दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच तनाव
• प्रत्यक्षदर्शियों के बयान केस को मजबूत बताते हैं
• चोट के कारणों और घटनास्थल की परिस्थितियों को गंभीर माना गया
इन्हीं कारणों से अदालत ने जमानत याचिका खारिज कर दी।
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