बक्सर: बक्सर के हकीमपुर में ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनकर पूरी तरह से तैयार हो चुका है। यहां लोगो को डीएल (ड्राइविंग लाइसेंस) निर्गत कराने के लिए पहले ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर ड्राइव टेस्ट को पास कराना होगा। मैनुअल तरीके से वाहन चलाकर ड्राइविंग टेस्ट के बजाय अब बनाए गए इस ट्रैक पर ऑन रिकार्ड परीक्षा ली जाएगी।
परिवहन विभाग द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और कुशल लोगों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के उद्देश्य से जिले में ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कराया गया है। बनाए गए ट्रैक पर यातायात नियम का पालन कर वाहन चलाने में चालकों की दक्षता देखने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस की स्वीकृति दी जा सकेगी। इसमें जगह-जगह कैमरे लगे हैं।
दरअसल व्यवस्था बदल चुकी है। जुगाड़ तकनीक से कागजी प्रक्रिया के माध्यम से पहले आसानी से लोग ड्राइविंग लाइसेंस बनवा लेते थे लेकिन अब इसके लिए जांच की प्रक्रिया से गुजरना होगा।
जिला परिवहन पदाधिकारी संजय प्रसाद ने बताया कि ड्राइविंग टेस्टिंग के लिए यूज किए जाने वाले वाहन में भी मोबाइल कैमरा लगा होता है। सभी कैमरे और मशीनें कंप्यूटर से जुड़े हैं। कैमरे पर लिए गए चित्र को कंप्यूटर पर देखते हुए ड्राइविंग पर नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर प्रतिभागी को सीट बेल्ट, लेन ड्राइविंग, स्टॉप लाइन, पार्किंग, रिवर्स आदि यातायात नियमों का पालन भी करना होगा।
हर स्टेप के लिए अलग-अलग समय निर्धारित होगा। निर्धारित मानक के अनुसार ड्राइविंग करने पर ही टेस्ट में पास हो सकेंगे। अगर ऑटोमेटिक ड्राइविंग जांच में फेल होंगे तब आपका लाइसेंस निर्गत नहीं होगा या फिर से टेस्ट पास करना होगा। स्लिप ट्रैक पर एच, ऑफ एस, पार्किंग, यू-टर्न, जेब्रा क्रॉसिंग और प्रमुख ट्रैफिक सिग्नल बनाए जाएंगे।