कई राज्यों में बर्ड फ्लू का कहर जारी है. इस बीच बिहार में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने सभी जिलों के पशुपालन पदाधिकारियों को ऐहतियातन सभी तैयारी रखने और सचेत रहने का निर्देश दिया है. जिलों को यह भी निर्देश है कि कहीं से भी ऐसी कोई सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल विभाग को बताएं और आवश्यक कदम उठाएं।
अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि कहीं भी ऐसी कोई सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल विभाग को बताएं और आवश्यक कदम उठाएं. फिलहाल में बिहार में कही भी बर्ड फ्लू का मामला सामने नहीं आया है, लेकिन पहले से ही सरकार और विभाग ने ऐहतियातन अलर्ट किया है.
कई सालों से बिहार में भी बर्ड फ्लू का कहर देखा जा रहा है. इसके कारण ही इस बार विभाग ने कोई केस सामने आमने से पहले ही सावधान कर दिया है. पिछले साल बर्ड फ्लू के कारण बिहार के पॉल्टी फॉर्म कारोबारियों को लाखों का नुकसान हुआ था. डर से कोई मुर्गा नहीं खरीद रहा था. ऐसे में 25-30 रुपए किलो मुर्गा बेचना पड़ता था. कई जगहों पर फ्री में मुर्गा बांटने की नौबत आ गई थी. बिहार के कई जिलों में कौआ मरे थे. पटना जू में भी मोर मर गए थे. जिसके कारण बंद कर दिया गया था.
आपको बता दें कि इससे पहले केरल में बर्ड फ्लू के H5N8 स्वरूप (स्ट्रेन) को नियंत्रित करने के लिए मुर्गे-मुर्गियों और बत्तखों को मंगलवार से मारना शुरू कर दिया गया जबकि हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में फ्लू के मामले रिपोर्ट होने के बाद जम्मू कश्मीर ने अलर्ट घोषित करते हुए और प्रवासी पक्षियों के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। केरल में पक्षियों के संक्रामक रोग के प्रकोप के बाद पड़ोसी कर्नाटक और तमिलनाडु ने निगरानी बढ़ा दी है और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। केरल में फ्लू के कारण करीब 1700 बत्तखों की मौत हो गई है।