बिहार की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी कानूनी खबर सामने आई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबी और राजद विधायक भाई वीरेंद्र की मुश्किलें अब और बढ़ने वाली हैं। उनके खिलाफ दर्ज SC/ST एक्ट के गंभीर मामले की सुनवाई अब विशेष MP-MLA कोर्ट में होगी। यह मामला एक दलित पंचायत सचिव को कथित रूप से धमकी देने और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल से जुड़ा है, जिसे लेकर बिहार की सियासत में पहले से ही हलचल मची हुई है।
Bihar News: MP-MLA कोर्ट को ट्रांसफर हुआ भाई वीरेंद्र का मामला
इस पूरे प्रकरण में अब एक अहम मोड़ आ चुका है। एससी/एसटी मामलों के विशेष न्यायाधीश पंकज चौहान ने यह मामला सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए गठित विशेष अदालत को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है। इसके बाद अब इस केस की सुनवाई MP-MLA कोर्ट में होगी।
अब इस मामले की सुनवाई विशेष MP-MLA कोर्ट के न्यायाधीश धनंजय कुमार मिश्रा करेंगे। चार्जशीट दाखिल हो जाने के बाद अदालत जल्द ही अगली सुनवाई की तारीख तय कर सकती है। राजनीतिक तौर पर यह मामला राजद के लिए भी असहज स्थिति पैदा कर सकता है।
यह भी पढ़े : https://livebihar.com/sanjay-saraogi-bjp-bihar-president/
Bihar News: पंचायत सचिव ने लगाए थे गंभीर आरोप

यह मामला पटना जिले के मनेर प्रखंड अंतर्गत सराय पंचायत से जुड़ा हुआ है। पंचायत सचिव संदीप कुमार ने 28 जुलाई 2025 को हरिजन थाना में कांड संख्या 47/2025 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
आवेदन में पंचायत सचिव ने आरोप लगाया था कि 26 जुलाई 2025 को विधायक भाई वीरेंद्र ने उन्हें फोन पर धमकी दी और जातिसूचक एवं अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। शिकायतकर्ता का कहना था कि वह अनुसूचित जाति से आते हैं और विधायक द्वारा कही गई बातें सीधे तौर पर SC/ST एक्ट के तहत अपराध की श्रेणी में आती हैं।
Bihar News: वायरल ऑडियो बना केस का अहम आधार
यह मामला उस समय पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया, जब कथित धमकी से जुड़ा एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल ऑडियो में विधायक भाई वीरेंद्र द्वारा कथित रूप से आपत्तिजनक और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया बताया गया।
पुलिस जांच के दौरान पंचायत सचिव के बयान के साथ-साथ इस वायरल ऑडियो को भी महत्वपूर्ण साक्ष्य के रूप में शामिल किया गया है। जांच एजेंसियों ने ऑडियो की सत्यता और संदर्भ की जांच के बाद इसे चार्जशीट का हिस्सा बनाया है।
Bihar News: पुलिस ने दाखिल की 50 पन्नों की चार्जशीट
पुलिस ने इस पूरे मामले में जांच पूरी करने के बाद करीब 50 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी है। चार्जशीट में घटनाक्रम का पूरा विवरण, शिकायतकर्ता के बयान, ऑडियो रिकॉर्डिंग और अन्य तकनीकी साक्ष्य शामिल किए गए हैं।
चार्जशीट दाखिल होने से पहले विधायक भाई वीरेंद्र ने अदालत में बंधपत्र दाखिल किया था। अब चार्जशीट आने के बाद कोर्ट कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की कार्रवाई करेगी।
Do Follow us. : https://www.facebook.com/share/1CWTaAHLaw/?mibextid=wwXIfr
Bihar News: राजनीतिक असर और राजद की चुप्पी
इस पूरे मामले को लेकर फिलहाल राजद विधायक भाई वीरेंद्र की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। वहीं, पार्टी स्तर पर भी इस मुद्दे पर खुलकर प्रतिक्रिया देने से बचा जा रहा है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि SC/ST एक्ट जैसे संवेदनशील कानून के तहत मामला MP-MLA कोर्ट तक पहुंचना राजद के लिए राजनीतिक और नैतिक दोनों ही दृष्टि से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। आने वाले दिनों में यह मामला बिहार की राजनीति में और तूल पकड़ सकता है।
Bihar News: आगे क्या हो सकता है?
चार्जशीट दाखिल होने के बाद अब अदालत अगली सुनवाई की तारीख तय करेगी। यदि आरोप साबित होते हैं, तो विधायक भाई वीरेंद्र को कानूनी तौर पर गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, बचाव पक्ष की रणनीति और कोर्ट की कार्यवाही पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
Do Follow us. : https://www.youtube.com/results?search_query=livebihar

