बिहार में कोरेना वायरस फिर से पैर पसारना शुरु कर दिया है। महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल के बाद बिहार में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को 7 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। तीन लोग नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की जांच में कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं, जबकि चार मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि निजी लैब से हुई है। कोरोना मरीजों की संख्या का खुलासा सिविल सर्जन ऑफिस को भेजी गई रिपोर्ट से हुआ है।
बता दें कि 26 मई से पटना में कोरोना के मरीज मिलने की शुरुआत हुई और अब तक 5 दिनों में आंकड़ा बढ़कर 17 हो गया है। कोरोना संक्रमित 7 नए मरीजों में कंकड़बाग, अगमकुआं, आरपीएस मोड़ के रहने वाले हैं, जबकि बाकी अलग-अलग शहरों के हैं। राजधानी के NMCH में कोरोना जांच से लेकर इलाज तक की व्यवस्था उपलब्ध है लेकिन PMCH, आईजीआईएमएस, न्यू गार्डिनर रोड के अलावा राज्य में किसी भी PHC और अनुमंडलीय अस्पतालों को कोरोना जांच किट उपलब्ध नहीं कराई गई है।
पटना सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह ने बताया है कि जल्द सभी सरकारी अस्पतालों में नई किट उपलब्ध कराई जाएगी। उम्मीद है कि सोमवार से सभी अस्पतालों में नए किट से कोरोना जांच किए जाएंगे। सूत्रों के अनुसार आईजीआईएमएस, पीएमसीएच जैसे बड़े संस्थानों को बीएमएसआईसीएल से कोरोना जांच की किट मिली थी जिसमें नवंबर 2024 लिखा हुआ है। ऐसे में कोरोना जांच रिपोर्ट की विश्वसनीयता नहीं भी हो सकती है।
नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना मरीज के लिए व्यवस्था उपलब्ध है। कोरोना मरीज के लिए NMCH ने 100 बेड का अस्पताल बनाया है। 17 मई को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने नए भवन का उद्घाटन किया था. नवनिर्मित भवन को कोरोना मरीजों के लिए समर्पित कर दिया गया है. यहां ओटी, फ्लूकॉर्नर, वार्ड, पीपीई किट, मास्क, हैंड वॉश और अन्य जरूरी व्यवस्था है. 20 हजार लीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की व्यवस्था की गई है।
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