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सिवान के बहुचर्चित दिवंगत पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी इस बार चुनाव लड़ने जा रही है. पत्रकार राजदेव रंजन  की पत्नी आशा रंजन चुनावी मैदान में उतर गई हैं. आशा रंजन प्रकाश आंबेडकर की पार्टी वंचित बहुजन आघाडी के सिंबल पर चुनाव लड़ रही है.


आशा रंजन ने बताया कि चुनाव लड़ने का उनका बस एक ही मकसद है, सीवान को अपराध से मुक्त बनाना. उन्होने कहा कि मैं एक शिक्षक हूं और अबतक अपने परिवार और बच्चों के लिए जी रही थी, लेकिन अव सीवान के लोगों के लिए लडूंगी. अशा रंजन ने कहा कि सीवान को पूरी तरह से अपराध मुक्त बनाना मेरा अहम मकसद है. आशा रंजन ने आगे कहा कि अभी तक उनके पति को इंसाफ नहीं मिल सका है, वे उसके लिए लगातार लड़ती रहेंगी. 
राजदेव रंजन की पत्नी आशा रंजन के चुनाव में खड़े होने के बाद सियासत गरम हो गई है. अब इस सीट पर कई लोगों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट पर बीजेपी ने सीवान के ही पूर्व सांसद ओमप्रकाश यादव को टिकट दिया है. जिस कारण बीजेपी विधायक व्‍यासदेव प्रसाद नाराज चल रहे हैं और उन्‍होंने निर्दलीय नामांकन कर दिया. इसके अलावा महागठबंधन की राजद के अवध बिहारी चौधरी हैं और वे लगातार 5 बार विधायक रह चुके हैं.
मालूम हो कि आशा रंजन दिवंगत पत्रकार राजदेव रंजन की पत्नी है. राजदेव रंजन की सीवान स्टेशन रोड पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसमें सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन को भी आरोपी बनाया था. हालांकि अभी इस मामले की जांच सीबीआई जारी है.

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