पटना: बिहार में शराबबंदी है, बावजूद इसके बड़े पैमाने पर अवैध शराब पड़ोसी राज्यों से लेकर नेपाल तक से बिहार पहुंच रही है। इसकी वजह से सरकार की किरकिरी हो रही है और विरोधी दल बिहार में शराबबंदी को फेल बता सरकार पर निशाना साध रहे हैं। अब उत्पाद विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने और भी कड़े कदम उठाने के संकेत दिये हैं। इसके तहत जिन राज्यों से शराब आती है उन राज्यों से संपर्क कर विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उन राज्यो के मुख्य सचिव से संपर्क साधकर आग्रह करें कि अवैध शराब बिहार भेजने वाले को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करें।
उत्पाद विभाग का मानना है कि जिस जगह से अवैध शराब आने की आशंका रहती है, उन राज्यों के मुख्य सचिव से बहुत जल्द बिहार का उत्पाद विभाग संपर्क साधेगा। सिर्फ पड़ोसी राज्यों से ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल के अधिकारियों से भी संपर्क साधने की तैयारी है। रत्नेश सदा ने जानकारी देते हुए बताया कि बिहार की सीमा कई राज्यों से लगी हुई है, अगर उन राज्यों से उचित मदद मिलती है तब बिहार मेंअवैध शराब लाना आसान नहीं होगा। इसकी पहल उनकी तरफ से की जा रही है।
मंत्री सदा ने बताया कि नेपाल से भी हमारी सीमा लगी हुई है, जहां बड़े पैमाने पर शराब की खपत होती है। ऐसे में नेपाल से भी आग्रह किया जाएगा कि अपने बॉर्डर पर और कड़ाई करे, ताकि बिहार में अवैध शराब ना पहुच सके। रत्नेश सदा कहते हैं कि बिहार में किसी भी कीमत पर अवैध शराब नहीं बनायी जा सकेगी और न ही बेची जा सकेगी। इसे लेकर बहुत जल्द सीसीए लगाने की तैयारी भी की जा रही है। साथ ही उनकी संपति भी जब्त करने की तैयारी की जा रही है, ताकि उनमें भय व्याप्त हो। नए साल पर शराब की बढ़ी मांग के चलते अवैध शराब लाने की कोशिश हो सकती है, इसे लेकर बॉर्डर इलाकों में स्कैनर की संख्या भी बढ़ाई जा रही है।