28 नवंबर की रात चिरैयाटांड़ पुल पर ऑटो में हुई लूट और हत्याकांड का पटना पुलिस ने पर्दाफाश किया. पेशे से शिक्षिका साइका परवीन सीवान से अपने पति इमरान आलम के साथ देर रात पटना पहुंची थी. जिनको अपनी शादी की सालगिरह मनाने डेहरी ऑन सोन जाना था लेकिन देर रात अनजाने में वह अपने पति के साथ ऐसे ऑटो में सवार हो गई जिसमें ड्राइवर के रूप में न केवल अपराधी था बल्कि दूसरे सहयात्री के रूप में भी हथियारों से लैस उसके साथी अपराधी बैठे थे.
पटना के सिटी एसपी ईस्ट जितेंद्र कुमार ने बताया कि अगमकुआं से सवार दंपत्ति को चिरैयाटांड़ पुल पर लाकर लूटा जाने लगा और जब पत्नी ने इसका विरोध किया तब अपराधियों ने उसकी आंख में गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई. दरअसल पटना जंक्शन पर ऑटो चलाने वाले चार अपराधियों ने ही इस घटना को अंजाम दिया था.
इस गैंग में जिशु नमक वह ऑटो ड्राइवर भी शामिल था जो महिला और उसके पति को लेकर पटना जंक्शन के लिए चला था. सिटी एसपी ने माना कि जिस ऑटो पर दंपति सवार हुआ था उस पर पुलिस कोड भी नहीं था और पटना में कई ऐसे हैं जहां ऐसे ऑटो चल रहे हैं जिस पर पुलिस का कोड नहीं है. पुलिस ने शिक्षिका हत्याकांड में ऑटो ड्राइवर जीतू के अलावा उसके फरार दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली है.
पुलिस तफ्तीश में पता चला है कि सभी आरोपी आदतन अपराधी हैं जिन्होंने उस दिन पहले से ही लूट की योजना बना रखी थी. जैसे ही मौका मिला इन अवांछित तत्वों ने लूटपाट करने के साथ ही हत्याकांड जैसे जघन्य अपराध को भी अंजाम दे डाला. जिन दो अपराधियों की गिरफ्तारी हुई उनसे पुलिस ने मृतका के पति का रुपयों से भरा बैग भी बरामद कर लिया है और साथ ही हत्याकांड में अपराधियों द्वारा उपयोग में लाए गए पिस्टल को भी पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है.