Desk: तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) सदन में लगातार कई मुद्दों पर सरकार को घेर रहे हैं. ऐसे में वह सत्ताधारी दल के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं. तेजस्वी जब हमला बोलते हैं तो सत्ताधारी दल के नेता सिर्फ़ बचाव करते हुए दिखते हैं. सत्तारूढ़ दल की तरफ़ से भी हमला होता है, लेकिन उस तरह से नहीं जिससे तेजस्वी यादव को परेशानी हो.
लेकिन, राजदे तेजस्वी यादव के ख़िलाफ़ अब हमला बोलने के लिए NDA ने ख़ास रणनीति बनाई है. तेजस्वी के ख़िलाफ़ NDA ने यादव और अति पिछड़ी जाति (Backward Caste) के नेताओ को आगे कर दिया है, जो तेजस्वी यादव के हमले पर न सिर्फ़ पलटवार कर रहे हैं, बल्कि नेता प्रतिपक्ष पर यह भी आरोप लगा रहे हैं कि वह अति पिछड़ी जाति के नेताओं को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते हैं.
रामसूरत राय (जो यादव जाति से आते हैं) पर जब शराबबंदी के ख़िलाफ़ काम करने का आरोप लगा तो तेजस्वी यादव ने सदन में हमला बोला था. उस वक्त रामसूरत राय ने भी पलटवार करते हुए ज़ोरदार हमला बोलते हुए गांधी मैदान में फ़रियाने तक की चुनौती दे डाली थी. रामसूरत राय ने सिर्फ़ हमला ही नहीं बोला, बल्कि यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव अपने सामने किसी और यादव के बेटे को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं. रामसूरत राय तेजस्वी यादव के ख़िलाफ़ लगातार हमलावर मूड में हैं और मानहानि का दावा करने की तैयारी कर रहे हैं.
तेजस्वी को शांत करने की क़वायद
एक तरफ़ रामसूरत राय लगातार तेजस्वी पर निशाना साध रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ NDA के दो अति पिछड़ी जाति के नेताओं ने भी तेजस्वी यादव पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. इस पर तेजस्वी यादव ने सदन में निशाना साधा था. तेजस्वी यादव ने मुकेश सहनी पर फिर से रिचार्ज नहीं होने की चुटकी ले हमला बोला था. वहीं मंत्री और भाजपा के अति पिछड़ी जाति के नेता प्रमोद कुमार पर मुक्का दिखाने का आरोप लगा हमला बोला था, जिस पर प्रमोद कुमार और मुकेश सहनी दोनों ने तेजस्वी यादव पर अति पिछड़ी जाति का विरोधी होने का आरोप लगा हमला बोलना शुरू कर दिया है. सदन में NDA के ऐसे ही कुछ नेता हैं जो तेजस्वी यादव पर जमकर पलटवार करते दिख रहे हैं और जातीय राजनीति का तड़का लगा तेजस्वी को शांत करने की क़वायद में लगे हुए हैं.