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Desk: विधानपरिषद में उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में 30 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करने जा रही है। एथनॉल के उत्पादन का निर्णय बिहार के लिए गेमचेंजर साबित होगा। राज्य सरकार के पास अभी ही 20 प्रस्ताव आए हैं। सभी प्रस्ताव एक सप्ताह के अंदर स्वीकृत हो जाएंगे। उद्योगों से जुड़े हर प्रस्ताव पर अब एक माह भी नहीं, एक सप्ताह में निर्णय लिया जाएगा।

भविष्‍य का विभाग

निवेश की बात करते हुए उद्योग मंत्री ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है। फिर कहा, एक बड़ी घोषणा है, लेकिन वह हम अभी नहीं बताएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही सदन में इसकी घोषणा करेंगे। डबल इंजन सरकार का मतलब यही होता है कि जो प्रस्ताव यहां से जाए वह तुरंत केंद्र में बिना रुकावट पास हो जाए, जो अभी हो रहा है। उद्योग विभाग के बजट का आकार छोटा होने पर शाहनवाज ने कहा कि उद्योग विभाग कमाकर दूसरे विभागों को देगा। यह उम्मीदों का, विश्वास का और युवाओं के भविष्य का विभाग है। बहरहाल, बड़ी घोषणा पर अभी पर्दा पड़ा रहा।

बिहार बचाएगा देश का लाखों डॉलर

विपक्षी सदस्यों के द्वारा उद्योग मंत्री के ‘इधर से मक्का डालो, उधर से डॉलर निकलेगा’ वाले बयान पर कटाक्ष किए जाने पर भी शाहनवाज से स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मैंने आज तक कोई भी बयान वापस नहीं लिया। यह सोच-समझकर कही गई बात है। अगर बिहार सरकार के पास एथनॉल से जुड़े 20 प्रस्ताव स्वीकृत हो गए तो बिहार में 50 हजार करोड़ का एथनॉल उत्पादन होगा। बिहार एथनॉल का हब बनेगा। अभी तेल खरीद में देश का जो डॉलर खर्च होता है, वह एथनॉल के उत्पादन से बचेगा। सिर्फ बिहार देश का 275 लाख यूएस डॉलर बचाएगा।

‘एन’ लेटर वाले तीन सीएम की चर्चा

शाहनवाज ने कहा कि बिहार के साथ भेदभाव होता रहा है। खनिज बिहार का था मगर फायदा देश को हुआ मगर हमारा नजरिया संकीर्ण नहीं है। ऐसे भी नीतीश सरकार नामुमकिन को मुमकिन करने वाली है। देश में ‘एन’ लेटर वाले तीन सीएम की चर्चा होती रही है। एक गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके नरेंद्र मोदी, दूसरे ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और तीसरे केंद्र में मेरे साथी रहे बिहार के वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।

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