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लाइव बिहार: महिला सुरक्षा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन की प्राथमिकता से है. महिलाएं बिहार के सीएम की साइलेंट वोटर्स भी मानी जाती हैं लेकिन इसी सुशासन राज की राजधानी पटना में ही महिलाओं की सुरक्षा सवालों के घेरे में है. राजधानी पटना में महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन के तमाम दावों के बाद बदमाशों के हौसले बुलंद हैं. हाल ही में एक महिला शिक्षिका के साथ हुए दुर्व्यवहार का मामला सामने आया था. लेकिन इस मामले में पुलिस की आनाकानी के चलते महिला शिक्षका को न्याय नहीं मिल सका. ऐसे में अब बिहार महिला आयोग इस मामले में कूद पड़ी है.

मामला राजधानी पटना के गर्दनीबाग इलाके से जुड़ा है.पंद्रह दिनों के बाद भी पुलिस ने अबतक कोई कार्रवाई नहीं की है. अब महिला आयोग ने पूरे मामले में संज्ञान लिया है और पटना एसएसपी से रिपोर्ट मांगी गई है.

बिहार महिला आयोग ने पटना के एसएसपी को पत्र लिखा है. आयोग की सदस्य प्रतिमा सिन्हा ने पटना एसएसपी को भेजे पत्र में कहा है कि गर्दनीबाग थाना कांड संख्या 474-20 में नामजद अभियुक्तों पर जांच के बाद कार्रवाई से संबंधित रिपोर्ट आयोग को भेजें. पत्र में कहा गया है कि, इस केस की अपने स्तर से जांच कराते हुए नामित अभियुक्तों पर विधि सम्मत कार्रवाई करें. साथ ही अब तक की की गई अद्यतन कार्रवाई से 20 दिनों के अंदर अवगत कराएं.

बता दें कि कुछ दिन पहले महिला शिक्षकी ने स्थानीय वार्ड पार्षद के पति अविनाश कुमार मंटू और उसके साथियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाये थे. गर्दनीबाग थाने में मामला दर्ज करायी थी. शिक्षका का आरोप है कि दस दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी मंटू और उसकी पत्नी और वार्ड पार्षद श्वेता राय समेत दूसरे अभियुक्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.

जिस शिक्षिका ने केस दर्ज कराई है वह अल्पसंख्यक समाज से आती है. बताया जाता है कि छेड़खानी का आरोपी वार्ड पार्षद पति अविनाश कुमार मंटू पर पहले भी कई संगीन आरोप लगते रहे हैं. गरीबों पर गोलीबारी करने के एक मामले में गर्दनीबाग थाने में 11 अप्रैल को भी केस दर्ज करायी गयी थी. लेकिन पुलिस ने जांच के बाद मामला रफा दफा कर दिया.

पीडित महिला ने महिला आयोग के पास अपने साथ हो रहे वाकयों की जानकारी दी है और जान बचाने की गुहार लगायी है. पीड़ित महिला ने महिला आयोग में कहा है कि गर्दनीबाग थान पुलिस ने अब तक किसी किस्म की कार्रवाई नहीं की है. इससे लग रहा है कि पुलिस मंटू और उसके साथियों की मदद करने में लगी है. महिला शिक्षिका ने कहा कि गर्दनीबाग थाने में इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के बाद जब वह वापस लौट रही थी तो भी रास्ते में अभियुक्त मंटू ने उसकी गाड़ी रोक कर धमकी दी और दुर्व्यवहार किया.

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