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Desk: एलजेपी में उठापटक का दौर लगातार जारी है. हाल ही में एलजेपी के 200 से ज्यादा नेता पार्टी छोड़कर जेडीयू में शामिल हो गए थे. पिछले दिनों पार्टी की एक मात्र एमएलसी नूतन सिंह ने एलजेपी छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली. एलजेपी अब एक बार फिर चर्चा में है और इससे भी ज्यादा चर्चा में है चिराग पासवान की कार्यशैली. इस बार रामविलास पासवान के भतीजे और समस्तीपुर से सांसद प्रिंस राज के पावर पर कैंची चला दी गई है. पार्टी में उनके पावर को कम कर दिया गया है. प्रिंस पार्टी के बिहार के प्रदेश अध्यक्ष हैं लेकिन अब पार्टी के मुखिया चिराग पासवान ने पार्टी के नेता राजू तिवारी को बिहार इकाई का नया कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है. ऐसे में हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर चिराग ने अपने भाई का कद क्यों छोटा किया.

प्रिंस राज का कद छोटा करने की मुख्य वजह
दरअसल, प्रिंस राज के कद को छोटा करने के पीछे की मुख्य वजह उनका पार्टी नेताओं से नहीं जुड़ पाना और उनके प्रदेश अध्यक्ष रहते पार्टी में हुई बड़ी टूट होना माना जा रहा है. चूंकि प्रिंस पटना में अधिक समय भी नहीं दे पा रहे थे, इस वजह से पार्टी ने उनके साथ राजू तिवारी को कार्यकारी अध्यक्ष का पद दे दिया है. राजू तिवारी पूर्व में विधायक रह चुके हैं और पार्टी नेताओं में उनकी पकड़ भी अच्छी है.

एलजेपी ने अपने इस कदम से बिहार की राजनीति में दलित और सवर्ण गठजोर भी बनाने की कोशिश की है ताकि इस वोट बैंक को साधा जा सके. एलजेपी के सूत्र ये भी बताते हैं कि राम विलास पासवान के निधन के बाद नेतृत्व को लेकर उनके परिवार और पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. हो सकता है कि उसी का ये नतीजा है कि प्रिंस के कद को छोटा किया गया हो. हालांकि ये जानकारी सूत्रों के हवाले से ही आ रही है, इसमें कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि न्यूज़ 18 नहीं करता है.

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