Desk: टीईटी एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पाण्डेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से अपने लोकतांत्रिक मांगों के समर्थन में धारणा कर रहे टीईटी सीटीईटी एवं एसटीईटी अभ्यर्थियों पर बर्बरता पूर्ण पुलिसिया लाठीचार्ज घोर निंदनीय है।
उन्होंने बिहार पुलिस के आला अधिकारियों को कटघरे में खड़ा करते हए कहा कि बिहार में अपराधियों खुली छूट मिली हुई है उनके सामने बिहार पुलिस घुटने टेक देती है लेकिन राज्य के युवा शिक्षित बेरोजगार एनसीटीई के मानकों के अनुरूप टीईटी सीटीईटी परीक्षा पास किये मेधावी अभ्यर्थियों पर पुलिस लाठियां भाजती है।
शिक्षा विभाग के मंत्री श्री अशोक चौधरी जी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की बात करते है उन्हें ये पता ही नही की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की राह में खुद उनकी नीतियां ही बाधक है।
बिहार सरकार द्वारा आयोजित खुली परीक्षा पास किये कुछ अभ्यर्थी 10 साल तो कुछ 5 साल से नियोजन की आस में दर दर की ठोकर खा रहे है जबकि बिहार के प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के लाखों लाख पद रिक्त पड़े है। पाण्डेय ने कहा कि टीईटी एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ टीईटी सीटीईटी एवं एसटीईटी अभ्यर्थियों के सभी मांगों का समर्थन करती है बिहार सरकार एवं शिक्षा विभाग अगर समय रहते नियोजन प्रक्रिया पूरी नही करती है तो शिक्षक संघ भी उनके साथ सड़क से लेकर न्यायालय की लड़ाई लड़ने को मजबूर होगा।