Desk: बिहार विधानसभा परिसर में विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा की पहल पर बिहार सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो रही है। इसके साथ ही आज यानी 1 मार्च से विधानमंडल के सभी सदस्यों (विधायक और विधान पार्षद) को कोरोना वैक्सीन लगायी जाएगी।
इसके अलावा विधानसभा तथा विधान परिषद सचिवालय के कर्मचारियों को भी कोरोना का टीका लगाया जाएगा। बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस बात की घोषणा बिहार विधानमंडल के सत्र के दौरान की थी कि विधानमंडल के दोनों सदनों में जल्द ही कोरोना वैक्सीनेशन की व्यवस्था की जाएगी। वैक्सीनेश के लिए विधानपरिषद के सभापति और विधानसभा के अध्यक्ष ने टीकाकरण के लिये अपने अपने हाउस में एक एक कमरा स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाया है।
आज अपने जन्मदिन पर मुख्यमंत्री लगाएंगे टीका
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज अपने जन्मदिन के मौके पर तीसरे चरण के टीकाकरण अभियान की शुरूआत इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, शेखपुरा, पटना परिसर में करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री, दोनों उप मुख्यमंत्री सहित अन्य पदाधिकारी भी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लेंगे। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी थी।
बिहार में सभी लोगों को मुफ्त में लगेगा कोरोना का टीका
बिहार में सभी नागरिकों को कोरोना का टीका मुफ्त में मिलेगा। केंद्र सरकार ने कहा है कि निजी अस्पतालों में अधिकतम 250 रुपए का शुल्क लगेगा लेकिन बिहार के सभी निजी या सरकारी अस्पताल में टीका लेने पर किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। ऐसे में निजी अस्पतालों में टीकाकरण के खर्च का भुगतान नीतीश सरकार करेगी। रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण की समीक्षा के बाद यह ऐलान किया गया। इस संबंध में नीतीश कैबिनेट ने नवंबर, 2020 में ही मुफ्त टीकाकरण के फैसले पर मुहर लगी दी थी।
50 निजी अस्पताल तीसरे चरण में देंगे टीका
स्वास्थ्य विभाग ने तीसरे चरण के टीकाकरण को लेकर 50 निजी क्षेत्र के अस्पतालों को अभियान से जोड़ा है। राज्य के सभी जिलों में कम से कम एक निजी अस्पताल को टीकाकरण अभियान में शामिल किया गया है। इस चरण में निर्धारित उम्र सीमा वाले कोई भी नागरिक कोविन- 2.0 पोर्टल पर टीकाकरण के लिए स्थल व तिथि का चुनाव स्वयं कर सकते हैं। साथ ही, निजी या सरकारी अस्पताल में टीका के लिए भी उन्हें चयन का विकल्प दिया जाएगा। ऐसे में निजी अस्पताल भी कोरोना टीका अभियान में शामिल होंगे।