Desk: बिहार के सीएम नीतीश कुमार का अभियान अब तेजी से रंग लाने लगा है. लोगों को इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) के बाद अब इलेक्ट्रिक बाइक और इलेक्ट्रिक साइकिल भी खूब पसंद आ रहा है. पटना में जमाल रोड चौराहे पर बिहार के पहले इलेक्ट्रिक बाइक के शो रूम (Electric Bike Show Room) में ग्राहकों की भीड़ जुटने लगी है और लोग स्कूटी से लेकर मोपेड और इलेक्ट्रिक साइकल की खरीदारी कर रहे हैं.
सभी प्रोडक्ट केवल स्वदेशी ही नहीं हैं, बल्कि किफायती दरों पर भी उपलब्ध हैं. इसकी वजह से प्रोडक्ट पहुंचते ही शो रूम में किल्लत होने लगी है. इन सबमें सबसे ज्यादा डिमांड इलेक्ट्रिक साइकिल का है जो 35 हजार रुपये में उपलब्ध है और एक बार चार्ज करने पर 50 का माइलेज भी देती है. साइकल की स्पीड भी 25 से 30 किमी प्रति घंटे की है. लोग सेहत में सुधार लाने के उद्देश्य से ज्यादा साइकिल ही खरीद रहे हैं, क्योंकि इसमें एक्सलेटर के अलावे पैडल का भी सहारा लेकर लोग सवारी कर सकते हैं.
साइकिल में बेहतर लाइट, हॉर्न, ब्रेक और ग्रिप की वजह से 20 दिनों के भीतर अब तक 25 से ज्यादा साइकल की बिक्री हो चुकी है. वहीं, स्कूटी भी हर रेंज और हर स्पीड में उपलब्ध है. स्कूटी 25 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली है तो इसकी एवरेज भी 120 किमी तक है. इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदारी करने आए ग्राहक भी मानते हैं कि पेट्रोल का टेंशन अब खत्म हो जाएगा.
शेखपुरा जिले से आए ग्राहक गौतम कुमार की मानें तो उनके पास कई बाइक हैं, लेकिन अब वो पेट्रोल पर खर्च करना नहीं चाहते और यही वजह है कि इलेक्ट्रिक स्कूटी की खरीदारी करने दूर से आए हैं. जो भी इलेक्ट्रिक वाहन है अगर 50 से कम स्पीड है तो उसके लिए न तो ड्राइविंग लाइसेंस बनाने होंगे और न ही पॉल्यूशन कार्ड का टेंशन. सबसे बड़ी बात है कि सभी इलेक्ट्रिक वाहन स्वदेशी हैं, जिसे आईआईटी हैदराबाद के छात्रों ने तैयार किया है. शो रूम मालिक सुनील कुमार सिन्हा अपने व्यापार से काफी खुश हैं और कहते हैं कि आनेवाला वक्त इलेक्ट्रिक वाहनों का ही होगा और यह देश के लिए वरदान साबित होगा.