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Desk: राजधानी में होली पर कोरोना से ज्यादा प्रभावित राज्यों से आने वालों की जांच के साथ उन्हें आइसोलेशन सेंटर में रखने की तैयारी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश के बाद सिविल सर्जन ने होटल पाटलिपुत्र अशोक में 165 बेड के आइसोलेशन सेंटर को दोबारा दुरुस्त करने का निर्देश दिया है। संक्रमितों की संख्या बढऩे पर पटनासिटी स्थित राधास्वामी मंदिर में भी फिर से 50 बेड का आइसोलेशन सेंटर शुरू करने की बात कही जा रही है।

दिसंबर के अंतिम सप्ताह में बंद कर दिए थे 16 केंद्र :

दिसंबर के अंतिम सप्ताह में जिले में बनाए गए 17 आइसोलेशन सेंटर में से होटल पाटलिपुत्र अशोक को छोड़कर 16 को बंद कर दिया गया था। आधा दर्जन से अधिक राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने 24 घंटे कॉल सेंटर संचालित करने के साथ आइसोलेशन सेंटर दुरुस्त करने के निर्देश सभी सिविल सर्जन को दिए हैं। वहीं, मेडिकल कॉलेजों को 24 घंटे कोविड वार्ड में इलाज की तैयारी रखने को कहा गया है।

24 घंटे डॉक्‍टर की नियुक्ति

सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण अब एक वर्ष पुराना हो गया है। बहुत से लोग इससे बचाव के उपायों को अपनी आदत बना चुके हैं। ऐसे में अन्य प्रदेशों में संक्रमण के मामले बढ़ते देखकर एहतियातन तैयारी की जा रही है। बाहर से आने वाले जो संक्रमित मिलेंगे और उन्हें आइसोलेशन सेंटर में रखने की जरूरत होगी तो 165 बेड का होटल पाटलिपुत्र अशोक पूरी तरह तैयार है।

वहां 24 घंटे डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति की जा रही है। यदि जरूरत होगी तो राधा स्वामी मंदिर में 50 बेड का आइसोलेशन सेंटर एक दिन में शुरू किया जा सकता है। गत वर्ष मई से दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक जिले में 17 आइसोलेशन सेंटर थे। वहां 2700 लोगों को रखने की व्यवस्था थी। इन सेंटरों पर संक्रमितों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन, दवाएं और नाश्ता-खाना-पीना सब दिया जाता था। अधिकांश सेंटर अक्सर खाली रहने के कारण होटल पाटलिपुत्र अशोक को छोड़कर अन्य सभी आइसोलेशन सेंटर बंद कर दिए गए थे।

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