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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए में आज सीटों का बंटवारा तय हो सकता है। जानकारी के अनुसार आज बीजेपी और जदयू अपने बीच हुए सीटों के बंटवारे को लेकर अनाउंसमेंट कर सकती है। बता दें कि कल देर रात की एनडीए की बैठक हुई है। बिहार एनडीए में फंस रहे सीटों के बंटवारे को लेकर लेकर हुई इस मीटिंग में खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए थे। इस मीटिंग को लेकर खबर हैं कि बीजेपी और जदयू के बीच सीटों को लेकर सहमति बन गई है। 6 अक्टूबर की शाम इस बारे में घोषणा होने की पूरी संभावना है।

इस मीटिंग को लेकर बिहार सरकार के कृषि मंत्री प्रेम ने कहा कि सारी बातें अंमित चरण में है। कल सब घोषणा की जाएगी। सीटो में कोई पेंच नहीं फस रहा सब कुछ ठीक है। वहीं लोजपा के अलग होने पर मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि पहले साथ रखने के प्रयास हुए थे। उनके जाने से कोई फर्क नही पड़ेगा जनता विकास चाहती, बिहार की सरकार ने बेहतर काम किया है। केंद्र की सरकार ने भी विकास किया है और जनता अंतिम मालिक होती है जनता का निर्णय हमारे पक्ष में होगा।

आज होगी घोषणा
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड और भारतीय जनता पार्टी बीजेपी मंगलवार को अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर सकती है। इस बीच को जेडीयू और बीजेपी से जुड़े विश्वस्त सूत्रों से जो जानकारी है कि दोनों पार्टियों ने अपने सीनियर नेताओं समेत कई मंत्रियों के टिकट को भी बरकरार रखा है। बता दें कि बिहार एनडीए से चिराग पासवान के अलग होने से सीटों को लेकर पेंच और ज्यादा फंस गया था। जिसकों लेकर अब कहा जा रहा हैं कि मामला सुलझा लिया गया है। वहीं खबर है कि बीजेपी और जदयू विधानसभा में बराबर सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।

सूत्रों की खबर के अनुसार बिहार चुनाव को लेकर एनडीए में सीटों का जो फॉर्मूला तय हुआ है उसमें बीजेपी 118 और जदयू 118 सीटों और हिंन्दुस्तान अवामी मोर्चा को 7 सीट मिल सकता है। बता दें कि जीतन राम मांझी ने तो अपने सीटों को लेकर अधिकारिक घोषणा कर दी है। ऐसे में अब इस फामूले को लेकर सहमति बनने की पूरी संभावना जताई जा रही है। वहीं एक खबर यह भी हैं कि सीटों का बंटवारा 121 और 122 के फार्मूलें पर भी बात हों सकती है। जिसमें मांझी को नीतीश अपने कोटे से सात सीटें देंगे।

लोजपा के निकलने से फंसा गणित
बिहार एनडीए में इस बार सीटों को लेकर जो मतभेद फंसा है उसमें सबसे बड़ा कारण बनकर उभरे है चिराग पासवान। चिराग पासवान सीटों के बंटवारे से खुश नहीं थे। ऐसे में आखिरकार चिराग एनडीए से बाहर हो गए हैं। लेकिन एनडीए से बाहर होने के साथ ही बिहार के सीएम नीतीश कुमार के लिए मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं। चिराग ने एक पत्र जारी कर बिहार के लोगों से अपील की कि वे बिहार चुनावों में जदयू के प्रत्याशियों को वोट न दें, अगर देंगे तो वो अपने बच्चों को पलायन करने का रास्ता खोलेंगे। वहीं इसको लेकर उन्होंने एक इंटरव्यू भी दिया है जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि नीतीश कुमार ने 15 साल के शासन में अपने विकास के कामों को धरातल पर नहीं उतार सके हैं। सीटों को लेकर उन्होंने कहा कि वो सिर्फ अपना हक मांग रहे थे उससे ज्यादा सीटों की उन्हें चाहत नहीं थी।

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