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पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगभग 18 साल के बाद मुख्य सचिवालय पहुंचे हैं। सुबह साढ़े 9 बजे मुख्यमंत्री मुख्य सचिवालय पहुंच गये. उनके साथ वित्त मंत्री विजय चौधरी भी थे. मुख्यमंत्री के सचिवालय पहुंचने के बाद हड़कंप मच गया. ज्यादातर अधिकारी गायब थे, सीएम के आने की खबर मिलने के बाद सूबे के आलाधिकारी भागते-दौड़ते हुए सचिवालय पहुंचने लगे. लगभग डेढ़ घंटे तक सचिवालय में बैठने के बाद नीतीश जब बाहर निकले तो कहा कि अब सप्ताह में तीन दिन वे साढ़े 9 बजे मुख्य सचिवालय में पहुंच जायेंगे. बाकी के दो दिन मुख्यमंत्री सचिवालय में सुबह सुबह पहुचेंगे।

बताते चले कि मुख्य सचिवालय से ही बिहार का राज काज चलता है. यहीं मुख्यमंत्री का चेंबर है, इसके साथ ही कई अहम विभागों के मंत्री और सचिव का दफ्तर है. मुख्यमंत्री के सुबह सुबह सचिवालय पहुंचने के बाद पत्रकारों और दूसरे लोगों का प्रवेश रोक दिया गया. नीतीश कुमार सीधे सचिवालय के प्रथम तल्ले पर पहुंचे, जहां उनका खुद का चेंबर है. उसके बाद वे पहले तल्ले पर अवस्थित अधिकारियों के कक्षों का निरीक्षण करने लगे।  

मुख्य सचिवालय के पहले तल्ले पर ही मुख्य सचिव, कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग के मंत्री और अपर मुख्य सचिव, सामान्य प्रशासन विभाग के प्रधान सचिव का दफ्तर है. वैसे मुख्य सचिव अस्पताल में एडमिट हैं. कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ तो मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भी हैं औऱ वे सीएम के साथ ही रहते हैं. वित्त विभाग के मंत्री विजय चौधरी मुख्यमंत्री के साथ ही सचिवालय पहुंचे थे, लिहाजा उनके विभाग में पहले से अलर्ट था।  

सचिवालय के अंदर से मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार ने सिर्फ पहले तल्ले पर अधिकारियों के साथ साथ विभागों के कर्मचारियों के दफ्तर का निरीक्षण किया. वहां साफ सफाई की स्थिति देखी. कई विभागों के कार्यालय में साफ सफाई की स्थिति ठीक नहीं थी. सीएम ने उसे ठीक करने का निर्देश दिया।  

हालांकि सचिवालय की असली स्थिति तो ग्राउंड फ्लोर पर दिखती, जहां ग्रामीण विकास, खाद्य आपूर्ति जैसे कई विभागों का दफ्तर है. लेकिन नीतीश कुमार ग्राउंड फ्लोर पर नहीं घूमे. मुख्य सचिवालय के ग्राउंड फ्लोर अब अवस्थित सरकारी विभागों में काफी तादाद में अधिकारी-कर्मचारी गायब थे. उन्हें जब सीएम के सचिवालय पहुंचने की खबर मिली तो वे भागते-दौड़ते हुए दफ्तर पहुंचे. नीतीश कुमार के सचिवालय पहुंचने के बाद कई अधिकारियों की गाड़ियां तेज रफ्तार में सचिवालय पहुंची।  

नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय में मुख्यमंत्री के बैठने का सिस्टम ही बदल दिया है. नीतीश कुमार सिर्फ कैबिनेट की बैठक के लिए मुख्य सचिवालय आते हैं और सिर्फ उसी दिन अपने चेंबर में कुछ देर के लिए बैठते हैं. नीतीश ने मुख्यमंत्री आवास को बडा कर वहां अपना सचिवालय बनाया है, वहीं राजकीय अतिथिशाला के एक हिस्से को अलग कर वहां भी सीएम सचिवालय बना लिया गया है. लिहाजा सीएम का काम वहीं से चलता है. 18 सालों में पहली दफे नीतीश कुमार सुबह सुबह सचिवालय पहुंचे।  

मुख्य सचिवालय से बाहर निकलने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्होंने ही साढे 9 बजे सचिवालय में काम शुरू करने का फैसला लिया था. लेकिन खबर मिल रही थी कि सब गड़बड़ कर रहा है, टाइम पर नहीं आ रहा है. इसलिए हमने तय किया है कि सप्ताह में तीन दिन मुख्य सचिवालय में सुबह साढ़े 9 बजे पहुंचेंगे. दो दिन मुख्यमंत्री सचिवालय में सुबह सुबह बैठेंगे. मुख्य सचिवालय के अपने चेंबर में बैठेंगे और देखेंगे कि काम सही से हो रहा है या नहीं. उसके बाद अपने आवास से काम करेंगे।

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