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पटनाः जनता दल यूनाइटेड की तरफ से कर्पूरी ठाकुर की जंयती पर बड़ी रैली आयोजित की गई। जिसमें हजारों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। वहीं रैली को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संबोधित करते हुए परिवारवाद पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आजकल के नेता राजनीति में अपने परिवार को आगे बढ़ाते हैं। लेकिन जननायक कर्पूरी ठाकुर ऐसे राजनेता थे जिन्होंने अपने परिवार को नहीं बल्कि गरीबो-पिछड़ों को आगे बढ़ाया। हम भी उन्हीं के बताए रास्ते पर चलते हुए अपने परिवार के किसी सदस्य को आगे नहीं बढ़ाया। नीतीश कुमार ने भले ही लालू यादव का नाम नहीं लिया हो लेकिन उका निशाना कहीं न कहीं परिवार को आगे बढ़ाने वाले नेताओं पर था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि लाखों की संख्या लोग यहां वेटनरी ग्राउंड पर उपस्थित हैं। कम से कम 2 लाख लोग यहां पर उपस्थित हैं. रास्ते भर दोनों तरफ लोग खड़े थे, हमने उन्हें देखा है. हम सवेरे से ही देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम आज कर्पूरी ठाकुर के गांव पर गए परिवार के लोगों से मुलाकात की. आज बहुत ही खुशी की बात है की कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर आप सब लोग यहां पहुंचे हैं.  एक और बड़ी खुशी की बात है कि जननायक को भारत रत्न प्रदान किया गया है. उनको भारत रत्न मिले हम तो शुरू से ही कह रहे हैं. जब हम लोगों की सरकार बनी 2005 में, इसके बाद 2007 से लेकर 2023 तक हर साल हम मांग करते थे. पहले कांग्रेस की सरकार और बाद में वर्तमान सरकार को हम अनुरोध करते रहे की कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिले. पहले के लोग नहीं किए लेकिन इस सरकार ने मांग मान ली है. इसके लिए हम प्रधानमंत्री को बधाई देते हैं. उन्होंने हमारी मांग को स्वीकार कर लिया. हमने जननायक कर्पूरी ठाकुर के कामों को आगे बढ़ने का काम शुरू किया है. बको लगने लगा है कि उनको इज्जत करेंगे तब उनको भी कुछ मिल सकता है .जिस कारण से भी हो उन्होंने (प्रधानमंत्री) ने भारत रत्न दिया है, हमें खुशी है और हम उन्हें बधाई देते हैं. उन्होंने( प्रधानमंत्री) आज रामनाथ ठाकुर जी को भी फोन किए। प्रधानमंत्री जी हमको तो फोन नहीं किए हैं लेकिन हम प्रेस के माध्यम से प्रधानमंत्री को बधाई दे देते हैं।

इसके बाद नीतीश कुमार ने परिवारवादी नेताओं पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर ने परिवार के लोगों के लिए कुछ नहीं किया. आजकल लोग अपने परिवार के लिए कितना करते रहता है और नेता बनता है. वह इतने बड़े नेता थे लेकिन उन्होंने अपने परिवार के लिए कुछ नहीं किया. वे जब चले गए तब हमने उनके बेटे रामनाथ ठाकुर के लिए कुछ किया है,पहले मंत्री बनाया फिर राज्यसभा भेजा है. आजकल तो लोग अपने परिवार को ही बढ़ाते रहता है. जननायक ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. कर्पूरी ठाकुर से ही सीख करके हमने ही अपने परिवार के किसी सदस्य को आगे नहीं बढ़ाया है. आप यह पक्का जान लीजिए हम और लोगों को बढ़ावा देते हैं .इसलिए इन सब चीजों को याद रखिए, कौन क्या बोलते हैं, बोलते रहें हमको कोई लेना-देना नहीं है।

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