Desk: पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह को बंगले का मोह महंगा पड़ गया है। चुनाव हार जाने के बावजूद केन्द्रीय पूल यानी मंत्रियों वाले बंगले में रहने की जिद के कारण अब उन्हें 4 लाख 64 हजार का किराया देना होगा। जदयू के नेता जयकुमार सिंह को भवन निर्माण विभाग ने कई नोटिस के बाद अब जबरन घर खाली कराए जाने का भी नोटिस भेज दिया है। विभाग से मिले इस नोटिस के बाद जयकुमार सिंह ने घर खाली करना शुरू कर दिया है ।
मंत्री रामप्रीत पासवान को आवंटित हुआ है बंगला
लगभग तीन महीने से 43 हार्डिंग रोड के बंगले पर कब्जा जमाए हुए जयकुमार सिंह जिस आवास में रह रहे थे वह आवास अब PHED मंत्री रामप्रीत पासवान को आवंटित किया जा चुका है। रामप्रीत पासवान को यह बंगला 22 दिसंबर को ही आवंटित कर दिया गया था। बावजूद इसके जयकुमार सिंह ने इसे खाली नही किया। यही वजह है कि लगभग 78 दिन का किराया भवन निर्माण विभाग की तरफ से उनसे लिए जाने का पत्र जयकुमार सिंह को भेज दिया गया है।
90 फीसदी हिस्सा कर चुका हूं हैंडओवर: जयकुमार
भवन निर्माण विभाग की तरफ से मजिस्ट्रेट की निगरानी में घर खाली कराए जाने का नोटिस मिलने और 4 लाख 64 हजार किराया वसूल किए जाने की सूचना मिलने के बाद जयकुमार सिंह ने मीडिया में अपना पक्ष रखा। कहा कि मैंने भवन का 90 फीसदी हिस्सा मंत्री के हवाले कर दिया है। उन्होंने कहा कि रामप्रीत पासवान के निर्देश पर बंगले में उनके लोग रंग-रोगन भी करा रहे हैं। जयकुमार सिंह ने कहा कि मंत्री के साथ आपसी सामंजस्य से मैं यहां रह रहा हूं। अब मैं इसे खाली कर रहा हूं।
जयकुमार सिंह भाजपा पर साधते रहे हैं निशाना
जयकुमार सिंह जदयू के उन नेताओं में सबसे आगे रहे हैं जो NDA में रहने के बावजूद लगातार भाजपा पर बयानी हमले करते रहे हैं। दिनारा विधानसभा सीट से मिली हार का ठीकरा भी उन्होंने भाजपा पर फोड़ा था। चुनावी नतीजे आने के बाद जयकुमार सिंह ने कहा था कि भाजपा अपने वोट को जदयू की तरफ टर्न नहीं करा सकी और इसकी वजह से लोजपा को फायदा मिला। उन्होंने जदयू की सीटें कम होने का ठीकरा भी भाजपा पर फोड़ा था।