Desk: गरीब परिवारों को घर बनाने के लिए मदद देने वाली योजना में बड़ी गड़बड़ी की खबर है। यह खबर है बिहार की राजधानी पटना से। पटना जिले के दनियावां प्रखंड की शाहजहांपुर पंचायत में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना में दिवंगत हो चुके लोगों को भी आवास बनाने की स्वीकृति दे दी गई है। दूसरी तरफ एक ही परिवार के चार लोगों को आवास आवंटित करने का मामला भी सामने आया है। और तो और सामान्य जाति के परिवार का चयन ओबीसी के कोटे में कर लिये का आराेप भी लग रहा है।
चयनित लाभार्थियों की सूची में काफी गड़बड़ी
प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के चयनित लाभार्थियों की सूची में भारी अनियमितता की बात सामने आई है। पता चला है कि एक ही परिवार के चार व्यक्तियों को आवास का आवंटन दे दिया गया है। इन लाभुकों में दो व्यक्ति चनक मांझी व सिंहेश्वर मांझी भी हैं, जो इस दुनिया में अब नहीं हैं। इनके अलावा कमला देवी और सिंहेश्वर सिंह राजपूत जाति से आते हैं। इन्हें ओबीसी श्रेणी में चयनित कर लिया गया है।
पति-पत्नी दोनों नहीं रहे, अब दोनों को मिल रहा आवास
इस सूची में दो मृत व्यक्तियों का नाम अंकित है, जिनमें पहला नाम मसनदपुर निवासी चनक मांझी का, जिनकी मृत्यु चार पांच वर्ष पूर्व ही हो गई है। वहीं, दूसरा उनकी पत्नी का है, उनकी भी मृत्यु चार वर्ष पूर्व हो गई है। दूसरा शाहजहांपुर निवासी सिंहश्वर सिंह पिता भरोसा सिंह इनकी भी मृत्यु दो तीन वर्ष पहले हो चुकी है। इनका चयन ओबीसी श्रेणी लिखा गया हैं।
बीडीओ ने कहा जांच के बाद होगी नियमानुकूल कार्रवाई
मजेदार बात यह है कि सिंहेश्वर सिंह जनरल जाति (राजपूत) से हैं, जबकि उनको ओबीसी कर दिया गया है। सूत्रों की मानें तो दनियावां प्रखंड में कार्यरत आवास सहायक प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री आवास योजना के चयन में बिचौलियों के बल पर ही योजना का चयन करते हैं। इससे गरीब लोगों से मोटी रकम वसूलते हैं। इस सूची के प्रकाशन ने इनकी पोल खोल दी है। इस संबंध में बीडीओ पंकज कुमार निगम से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जांच कर नियमानुसार समुचित कार्रवाई की जाएगी।