Desk:’बैठ जाइए, जब समय आएगा तब अपनी बात रखिएगा, सीट पर जाएं और फिर कार्य संचालन नियमावली को देख लीजिए।’ यह सब बातें नियमित रूप से विधानसभा अध्यक्ष के आसन से होती रहती हैं। लेकिन गुरुवार (25 फरवरी) को प्रश्नकाल के दौरान आसन से एक ऐसी सूचना पढ़ी गई जो सब के कौतुहूल का विषय बन गई है। मामला मॉन्ब्लांक कंपनी के महंगे और लक्जरियस पेन का है। जिसकी कीमत 17 हजार से 70 हजार रुपये तक हो सकती है।
सूचना पर सदन में सन्नाटा
दरअसल, आज विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने प्रश्नकाल के दौरान अचानक यह कहा कि एक महत्वपूर्ण सूचना है। सदन शांत हो गया। माननीय यह समझ नहीं पाए कि माजरा क्या है? उनका कोई मसला भी नहीं था। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधानसभा के एक कर्मी को कल एक मॉन्ब्लांक पेन मिला है। उसने मेरे कक्ष में उसे जमा कर दिया है। जिनका हो वह इसे आकर ले जाएं।
सियासी गलियारे में इस सूचना पर किस्म-किस्म की चर्चा शुरू हो गई। कयास शुरू हो गया कि कौन है वह शौकीन जो यह महंगा पेन रखता है। हर किसी की जबान पर चर्चा है कि खुद को जनता का सेवक और खादी की सादगी का दिखावा करनेवाले वो कौन नेता है , जो यह लक्जरियस पेन इस्तेमाल करता है। कुछ नामों पर कयास भी लगाए गए , पर देर शाम तक मॉन्ब्लांक पेन का मामला सुलझ नहीं पाया था। मीडिया में पेन का मामला छाने के बाद तो प्रतीत होता है कि पेन का मामला सुलझना मुश्किल है।