Desk: बिहार की सड़कों पर निकलना है तो अपने सिर पर सीसी कैमरा लगवा लें। इसकी फुटेज तब आपके काम आएगी, जब आपके साथ छिनतई या लूट जैसी कोई वारदात होगी। पटना के बुद्धा कॉलोनी थाने की पुलिस तो ऐसा ही कर रही है। इस थाने में छिनतई का शिकार एक छात्र से पुलिस वालों ने वारदात का फुटेज लाने की मांग की।
दो दिन मशक्कत के बाद फुटेज लेकर पहुंचा छात्र
बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के बोरिंग कैनाल रोड में गुरुवार की शाम बाइक सवार दो बदमाश पैदल जा रहे छात्र का मोबाइल छीनकर फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में गंभीर होने की बजाए, पीड़ित से ही फुटेज मांग बैठी। पीड़ित दो दिन बाद शनिवार को मोबाइल में फुटेज लेकर थाने पहुंचा और पुलिस को लिखित आवेदन देकर जांच की मांग की है।
नॉर्थ मंदिरी निवासी एएन कॉलेज के छात्र परवीन कुमार ने बताया कि गुरुवार की शाम करीब चार बजे वह पैदल ही बोरिंग कैनाल रोड पंचमुखी मंदिर होते हुए घर जा रहा था। अभी वह जेब से मोबाइल निकाला ही था कि पीछे से बाइक सवार दो बदमाश आए और मोबाइल छीनकर भागने लगे। छात्र शोर मचाते रहा। उन्हें दौड़ाया भी, पर वे फरार हो गए।
वारदात के ठीक बाद वह भागकर थाने में पहुंचकर घटना की जानकारी देने लगा। इस बीच, किसी सिपाही या दारोगा ने उससे कहा कि वहां आसपास कैमरा लगा होगा, फुटेज लाने की कोशिश करो। पीड़ित को लगा कि वह फुटेज लाकर दे देगा तो उसे उसका मोबाइल मिल जाएगा। वह दो दिन तक घटनास्थल के आसपास दुकानों का चक्कर लगाते रहा। शनिवार को उसे फुटेज मिल ही गया। उसने उसे मोबाइल में अपलोड किया और थाने पहुंच गया। हैरानी की बात यह है कि छिनतई की वारदात होने के बाद उसे आवेदन में मोबाइल चोरी होने की बात लिखने को कहा गया था।
छिनतई की घटनाओं पर लगाम कसने में विफल
चालान का लक्ष्य पूरा करने के लिए वाहन जांच में दिन भर जुटी रहने वाली पटना पुलिस मोबाइल स्नेचर तक को नहीं पकड़ पाती। हद तो यह है कि छिनतई होने पर पुलिस पीड़ित को आवेदन में गुमशुदगी लिखवा देती है। अब तो स्पॉट पर जाने की बजाए पीडि़त से ही फुटेज भी मांगा जा रहा है।