Desk: विधानसभा में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि वैकल्पिक ग्रीन-फील्ड पथों का निर्माण भी दूरी को कम करने के उद्देश्य से कराया जा रहा है. इसमें बिहटा-सरमेरा ग्रीन-फील्ड पथ के पूरा होने से दक्षिण बिहार में आवागमन सुगम हुआ है.
इसके अलावा एनएच 119डी में जीटी रोड पर आमस से कच्ची दरगाह होते हुए दरभंगा एयरपोर्ट तक की सड़क की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है. यह 189 किमी लंबा चार लेन का हाइवे होगा.
इसी तरह मुंगेर से भागलपुर होते हुए मिर्जाचौकी तक नया 124 किमी लंबा नया फोनलेन भी बनने वाला है. इसके भू-अर्जन का काम चल रहा है. सासाराम से आरा होते हुए पटना तक भी नया ग्रीन-फील्ड पथ बनाने की योजना है.
राज्य की सभी प्रमुख नदियों गंगा, कोसी, गंडक, सोन, बागमती व महानंदा समेत अन्य पर पुल का निर्माण करा दिया गया है या निर्माण चल रहा है. 2005 से पहले गंगा नदी पर चार पुल थे, आज 12 नये पुलों पर काम चल रहा है. उन्होंने कहा कि छपरा डबल डेकर फ्लाइ ओवर का काम अंतिम चरण में है.
156 ब्लैक स्पॉट चिह्नित कर किये गये ठीक
उन्होंने कहा कि राज्य में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए पहले से चिह्नित 156 ब्लैक स्पॉट को ठीक कर लिया गया है. जहां सड़कों के चौड़ीकरण की जरूरत थी, उसे चौड़ा कर दिया गया है.
सड़कों के चौड़ीकरण पर खास फोकस
मंत्री ने कहा कि सड़कों के चौड़ीकरण और देखरेख पर खासतौर से फोकस है. 2005 में दो लेन से अधिक चौड़े सड़कों की लंबाई सिर्फ 860 किमी थी, जो आज बढ़ कर दो हजार 842 किमी हो गयी है.
इसी तरह दो लेन की सड़कों की लंबाई 2005 में एक हजार 368 किमी थी. आज बढ़ कर छह हजार 715 किमी हो गयी है. पहले नौ हजार किमी लंबी सड़कों का मेंटेनेंस होता था. इसे बढ़ा कर 12 हजार किमी कर दिया गया है.